Sunday 9 June 2013

ख़ास आदमी

अगर तुम हो आम आदमी
इस बार प्रार्थना में
ईश्वर से माँगना
गूंगी बहरी और अंधी हो जाए तुम्हारी आत्मा
ताकि तुम भी बन सको ख़ास

अगर आत्मा की होती है आवाज
तो उसे सुनने के लिए जरुर होते होंगे आत्मा के कान
फिर तो आँखे भी होती होंगी कहीं न कहीं

मगर खास लोग तो शायद
मांगते नहीं छीन लेते हैं

फिर बंद करो दैन्य प्रार्थनाएं
सारे आम लोंगो
मिलकर धावा बोल दो
ईश्वर को कर दो मजबूर
कहो की वो वापस ले
हमारी आत्मा के आँख कान और जुबान

देखो न !!

कितना आसान है आम से ख़ास हो जाना
                                                                              -मृदुला शुक्ला

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